झटका : 153 होम्योपैथिक शिक्षकों की सेवा समाप्त


अलीगढ़। गोरखपुर के बड़हलगंज में 400 छात्रों पर भी प्राचार्य समेत तीन शिक्षकों की तैनाती है। कानपुर में लगभग 433 छात्र और नियमित शिक्षकों की संख्या मात्र 11, प्रयागराज में 492 छात्रो पर 20 नियमित शिक्षक कार्यरत है। इसके अलावा लखनऊ में 400 छात्रों पर 18 नियमित शिक्षक, गाजीपुर में 300 छात्रों पर मात्र तीन नियमित शिक्षक, मुरादाबाद में 350 छात्रों पर 6 नियमित शिक्षक और अयोध्या में 350 छात्रों पर 7 नियमित शिक्षक तैनात है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि सूबे के होम्योपैथिक मेडिकल कालेज का क्या हाल होगा?


अगर संविदा पर कार्यरत शिक्षकों की सेवा बहाल न हुई तो इन मेडिकल कालेजों में ताला लगने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।

कुल 153 संविदा शिक्षक कार्यरत हैं। प्रवक्ता 79 रीडर 39 प्रोफेसर 35

● अलीगढ़ में 3 नियमित 11 संविदा

● गोरखपुर में 3 नियमित 11 संविदा

● लखनऊ 18 नियमित 19 संविदा

● प्रयागराज 14 नियमित 19 संविदा

● गाजीपुर 3 नियमित 16 संविदा

● आजमगढ़ 5 नियमित 14 संविदा

● अयोध्या 7 नियमित 17 संविदा

● मुरादाबाद 6 नियमित 16 संविदा

● कानपुर 10 नियमित 22 संविदा

होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में तैनात शिक्षकों का संविदा फरवरी में समाप्त हो गई थी। इनके नवीनीकरण की कार्रवाई की जा रही है। मार्च के महीने के अधिकारियों के बिजी होने के करण अभी आदेश जारी नहीं हो पाए थे। मगर जल्द ही आदेश जारी कर दिया जाएगा।

डॉ. अरविंद कुमार वर्मा, निदेशक, होम्योपैथिक विभाग

बीएचएमएस के लगभग 3500 विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में, 15 अप्रैल से शुरू होगी परीक्षा

अलीगढ़। राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज अलीगढ़ समेत सूबे के नौ मेडिकल कालेज के 153 संविदा शिक्षकों की सेवा समाप्त हो गई है। इससे मेडिकल कालेजों में पढ़ रहे लगभग 3500 बच्चों के साथ ही शिक्षकों का भविष्य भी अंधकार में हैं।

राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज अलीगढ़ व गोरखपुर में पढ़ाई 2019 से शुरू हुई। बाकी के सात कालेज सालों से चल रहे। अलीगढ़ होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में शिक्षकों के कुल 24 स्थायी पद है। इन पदों पर शासन ने 12 महीने के लिए संविदा पर शिक्षकों की तैनाती की थी । 12 पद एसोसिएट प्रोफेसर और 12 पद प्रवक्ता हैं। कालेज में वर्तमान समय 300 विद्यार्थी है। साढ़े चार साल के कोर्स में प्रथम से तृतीय वर्ष के क्लास में 100 विद्यार्थी है। चौथे वर्ष की क्लास अबकी साल से शुरू होगा। साढ़े चार साल पढ़ाई करने के बाद विद्यार्थियों को एक साल का अनिवार्य इंटरशिप करना होता है। इन बच्चों को शिक्षा देने के लिए जिले में तीन नियमित और 11 संविदा पर शिक्षक तैनात है। दो रीडर और नौ प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। इन सभी शिक्षकों का 27 फरवरी को संविदा समाप्त हो गई।

संविदा समाप्त होने के बाद शिक्षकों ने कालेज जाना छोड़ दिया। जिससे कालेज में पढ़ाई ठप हो गाई। इसके लिए कालेज के प्राचार्य ने निदेशालय को पत्र भी भेजा। मगर नवीनीकरण न होने से अलीगढ़ के 11 शिक्षकों समेत सूबे के सभी नौ कालेजों के लगभग 153 शिक्षकों की सेवा समाप्त हो गई।