प्रयागराज, परिषदीय स्कूलों के विलय के विरोध में अब पीलीभीत के बच्चों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका हुई है। कल्याणपुर गांव राठ पीलीभीत की दस वर्षीय छात्रा सेन्सी देवी, चांदपुर गांव राठ पीलीभीत की नौ वर्षीय कोमल और इसी गांव की सात वर्षीय मिली देवी ने अपने अभिभावकों के माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। याचिकाकर्ताओं के अधिवक्ता की दलील है कि बच्चों के मौलिक एवं संवैधानिक शिक्षा के अधिकार को बिना संसदीय स्वीकृति के बाधित नहीं किया जा सकता। यही नहीं सरकार के इस कदम को मनमाना भी बताया है। गौरतलब है कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका हो चुकी है।
माकपा ने किया प्रदर्शन
प्रयागराज। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माकर्सवादी) ने प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने के खिलाफ अपने राज्यव्यापी आह्वान के तहत शुक्रवार को जिला कचहरी पर प्रदर्शन कर प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार उन प्राथमिक स्कूलों को बंद कर रही है, जहां 50 से कम छात्र-छात्राएं हैं। इससे बच्चों को पढ़ाई के लिए ज्यादा दूर जाना पड़ेगा जबकि उनका यह अधिकार है कि एक से तीन किमी के दायरे के अंदर मौजूद नजदीकी विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर सकें। ज्यादातर जगह बच्चों की पढ़ाई छूट जाएगी। प्रदर्शन में माकपा जिला मंत्री अखिल विकल्प आदि शामिल थे।