उन्नाव, शहर के सिविल लाइंस मोहल्ले में शनिवार सुबह खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि वह अपने कमरे के बाथरूम में अचेत
अवस्था में पड़े मिले थे। सुबह ड्यूटी पर जाने के लिए उनका ड्राइवर उन्हें लेने पहुंचा। दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। बार-बार आवाज देने के बाद भी अंदर से कोई प्रतिक्रिया न आने पर दरवाजा तोड़ा गया। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत होने की पुष्टि हुई है।
जालौन के उठवा गांव के रहने वाले 55 वर्षीय विनोद कुमार पांडेय शहर के सिविल लाइन मोहल्ला में किराए का कमरा लेकर रहते थे। दो साल से बिछिया ब्लॉक में बीईओ के पद पर कार्यरत थे। शनिवार सुबह ड्राइवर ने घर के बाहर से फोन किया। फोन न उठने पर आवाज दी तो अन्य लोग बाहर निकले। तब देखा कि दरवाजा अंदर से बंद था। उसके तोड़ कर लोग कमरे में पहुंचे तो बाथरुम में अचेत पड़े मिले। आनन फानन लोग जिला अस्पताल ले गए। जहां इमर्जेंसी डॉक्टर आशीष सिंह ने मृत घोषित कर दिया। मौत की खबरमिलने पर पत्नी रंजना व बेटी शिवांगी रो-रोकर बेहाल होती रही। खंड शिक्षा अधिकारी की मौत की खबर मिलने पोस्टमार्टम हाउस पहुंची बीएसए संगीता सिंह, मुख्यालय बीईओ संजय यादव व अन्य ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारियों तथा शिक्षक और शिक्षिकाओं ने शोक संवेदना जाहिर करते रहे।
चार माह बाद बेटी की थी शादी
: बीईओ विनोद कुमार की पच्चीस वर्षीय बेटी शिवांगी की नवंबर माह में शादी है। विनोद कुमार तीन भाईयों में छोटा था। बड़ा भाई प्रमोद पांडेय पूर्व में एयर फोर्स में था। अब सरसौल में शिक्षक है।
मौजूद समय रहते थे इटावा ः मूल
रूप से बीईओ विनोद कुमार जालौन थाना व गांव कठौरा के पैतृक रहने वाले थे। मौजूद समय जिला इटावा के विनीत बिहार कॉलोनी सुंदरपुर कोतवाली सदर जिला इटावा में रहते थे।
02 कार्यरत, हार्ट अटैक से मौत होने की पुष्टि
बीएसए संगीत सिंह, मुख्यालय बीईओ और शिक्षिकों ने जताया दुख, परिजनों में हड़कंप