जिले के 327 परिषदीय स्कूलों को नया भवन दिलाने की कवायद शुरू


 (अमेठी)। 327 परिषदीय स्कूलों को नया भवन दिलाने की कवायद शुरू हो गई है। पहले चरण में इन स्कूलों के जर्जर पड़े शिक्षण कक्ष को ध्वस्त किया जाएगा। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू हो सके इसके लिए पीडब्ल्यूडी की तीन सदस्यीय टीम जर्जर भवनों का मूल्यांकन करने में जुटी है।

परिषदीय स्कूलों को निजी स्कूल की तर्ज पर संचालित करने के लिए कायाकल्प योजना से अवस्थापना की सुविधा से लैस किया जा रहा है। इस दौरान जिले के 327 स्कूलों के भवन व परिसर में मौजूद शिक्षण कक्ष जर्जर स्थिति में पाए गए।

जर्जर भवन में शिक्षण कार्य को असुरक्षित मानते हुए बेसिक शिक्षा विभाग जर्जर भवनों को ध्वस्त कराने के साथ ही इन स्कूलों को नया भवन दिलाने की कवायद में जुटा है। कवायद सफल हो सके इसके लिए जिला स्तरीय कमेटी से जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण व नए भवन निर्माण की मंजूरी कराने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ध्वस्तीकरण से पहले की कार्यवाही पूरी करने में जुटा है।
भवन ध्वस्तीकरण के पहले शासन के निर्देश पर विभाग जर्जर भवनों का मूल्यांकन कराते हुए नीलामी कराएगा। जर्जर भवनों का मूल्यांकन हो इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट पर डीएम अरुण कुमार एक्सईएन लोक निर्माण विभाग, सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग व लघु सिंचाई की टीम गठित की है।
गठित टीम को 15 दिन में चिह्नित 327 स्कूलों का मूल्यांकन करते हुए कंप्यूटेड वैल्यू के साथ रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट मिलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग नियमानुसार ध्वस्तीकरण करते हुए नए भवन का निर्माण करेगा।
लेंगे ध्वस्तीकरण की अनुमति
तकनीकी समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद अफसरों से ध्वस्तीकरण की अनुमति मांगी जाएगी। पांच लाख रुपये तक के मूल्यांकन पर ध्वस्तीकरण की अनुमति डीएम तो 10 लाख रुपये तक पर शिक्षा निदेशक बेसिक देेंगे। इससे अधिक 10 लाख से अधिक के मूल्यांकन के स्कूल के ध्वस्तीकरण का निर्णय सचिव/प्रमुख सचिव करेंगे। अनुमति मिलने के बाद नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से जर्जर भवन को ध्वस्त कराते हुए प्राप्त राशि को सरकारी खाते में जमा किया जाएगा।
अतिरिक्त कक्ष में चल रही पढ़ाई
बेसिक शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिन स्कूलों के भवन जर्जर हो चुके है वहां अतिरिक्त शिक्षण कक्ष का निर्माण किया गया है। परिसर में जर्जर भवन पड़े होने से खतरे के अंदेशे को देखते हुए तथा नए भवन निर्माण के लिए 327 स्कूलों के भवनों को ध्वस्त करने की तैयारी की गई है।
ब्लॉकवार जर्जर स्कूलों की संख्या
जिला समन्वयक निर्माण मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि गौरीगंज में 38, अमेठी में 17, जामो व शाहगढ़ में 22-22, जगदीशपुर में 40, बहादुरपुर में 17, भेटुआ में 14, मुसाफिरखाना में 20, शाहगढ़ में 15, शुकुल बाजार में 30, सिंहपुर में 31, तिलोई में 29 व भादर में 32 स्कूल के भवन जर्जर हैं। जिनके मूल्यांकन व ध्वस्तीकरण का प्रस्ताव भेजा गया है।
डीपीआर भेज मांगी जाएगी राशि
बीएसए डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि मूल्यांकन व ध्वस्तीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी भवनों की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी। तैयार डीपीआर शासन को भेजकर 327 स्कूलों के भवन निर्माण का बजट मांगा जाएगा। धन मिलने के मानक के अनुसार नए भवन का निर्माण कराया जाएगा।