यूपी में पढ़ाई का माहौल हुआ बेहतर


यूपी में पढ़ाई का माहौल बेहतर हुआ है। इस कारण महिला और पुरुष साक्षरता ही नहीं बढ़ी स्कूलों में ठहराव भी बढ़ा है।

प्रदेश वासियों के जीवन स्तर में भी सुधार हुआ है। उन्हें बिजली, पीने का पानी, स्वच्छ ईंधन और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं आसानी से मुहैया हो रही हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 की रिपोर्ट इसकी गवाही दे रही है।

रिपोर्ट के अनुसार राज्य में महिला साक्षरता दर 66.1 फीसदी है। इसमें शहरी महिलाओं की हिस्सेदारी 77.2 फीसदी और ग्रामीण महिलाओं की 62.4 प्रतिशत है। पुरुषों की साक्षरता दर 82 फीसदी है। इसमें शहरी पुरुषों की 84.1 और ग्रामीण की 81.2 प्रतिशत है। बिजली अब यूपी के 91 फीसदी घरों तक पहुंच चुकी है। शहरी घरों की संख्या 97.6 और ग्रामीण की 88.9 फीसदी है।

चौथे सर्वेक्षण की रिपोर्ट में प्रदेश में बिजली से रोशन घरों की संख्या 72.6 प्रतिशत थी। पानी पाइप लाइन से लेकर पैक्ड बोतलों तक विभिन्न माध्यमों से प्रदेश के 99.2 प्रतिशत घरों तक पानी पहुंच रहा है। जो पिछले सर्वेक्षण की तुलना में करीब एक फीसदी अधिक है।

69 फीसदी परिवारों के पास है शौचालय

रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में शौचालय का प्रयोग करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। वर्ष 2015-16 में हुए चौथे सर्वेक्षण में शौचालय का जो आंकड़ा 36.4 प्रतिशत था, वो 2020-21 के पांचवे सर्वेक्षण में 68.8 फीसदी हो गया है। इसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रदेश में बड़े पैमाने पर हुए शौचालय निर्माण का भी योगदान है। खाना बनाने में स्वच्छ ईंधन प्रयोग 32.7 प्रतिशत परिवार करते थे, अब 49.5 फीसदी हो गए हैं। प्रदेश में एनीमिया प्रभावित महिलाओं की संख्या में 5.1 प्रतिशत कमी है, राष्ट्रीय स्तर पर यह 1.8 प्रतिशत है।