लखनऊ। प्रदेश में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में पिछड़ों के आरक्षण के मुद्दे को हमेशा से उठाने वाली भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को उम्मीद है कि चुनाव से पहले इस मामले का निस्तारण हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वह लगातार प्रदेश सरकार और केंद्र में जिम्मेदार लोगों से चर्चा कर रही हूं। भाजपा नेतृत्व की ओर से आश्वासन भी मिला है कि पिछड़ों को उनका हक दिया जाएगा और विस चुनाव से पहले ही मामले का परीक्षण कराके समाधान करा दिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने जातिगत जनगणना कराने के मुद्दे पर भी वार्ता जारी रखने की बात कही है।
पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने लखनऊ पहुंची केंद्रीय उद्योग व वाणिज्य राज्यमंत्री अनुप्रिया यहां माल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय में शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा किए गए विकास और सामाजिक न्याय के मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में उतरेंगी, क्योंकि बीते पांच वर्षों में विकास के तमाम काम हुए हैं।
भाजपा के साथ सीटों के बंटवारे पर अनुप्रिया ने कहा कि इस मुद्दे पर अभी वार्ता हो रही है। हालांकि संकेतों में कहा कि पिछले साल 11 सीटें उनकी पार्टी को मिली थीं और हर पार्टी अपने विकास को लेकर प्रयासरत रहती है। इसलिए उनका भी प्रयास रहेगा कि पार्टी का दायरा बढ़े।
अनुप्रिया ने प्रदेश भर से आए पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके फीडबैक लिया। इसके आधार पर चुनाव की दिशा तय होगी। अनुप्रिया ने कहा कि इस बार भी सरकार बनाने में पिछड़ा व वंचित समाज की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
इसलिए उनकी पार्टी सामाजिक न्याय के मुद्दे पर पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। इस मौके पर उन्होंने राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारियों से जिलेवार जमीनी हकीकत की जानकारी ली। उन्होंने कार्यकर्ताओं से डॉ. सोनेलाल पटेल के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि यह करने में हम सफल रहे तो एक बार फिर से सत्ता हमारे हाथ में होगी।