यूपीटीईटी पेपर लीक के आरोपी रिमांड पर उगलेंगे राज


ग्रेटर नोएडा (जेपी शर्मा)। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए निलंबित सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय और प्रिंटिंग प्रेस मालिक राय अनूप प्रसाद को पुलिस रिमांड पर लेगी। जिला अदालत में आरोपियों को पांच दिन की रिमांड पर लेने के लिए याचिका दाखिल की गई है। इस पर सोमवार को सुनवाई होगी।


याचिका में पुलिस ने कहा है कि यह बड़े स्तर का फर्जीवाड़ा है। इसमें मुख्य आरोपियों के अलावा कई अन्य आरोपी जुड़े हो सकते हैं। यह पता लगाना जरूरी है कि आरोपियों ने किस-किस से और कितने रुपये में प्रश्नपत्र का सौदा किया था। प्रश्नपत्र लेने वाले आरोपियों ने कितने अभ्यर्थियों से साठगांठ कर प्रश्नपत्र व्हाट्सएप या अन्य माध्यमों से उपलब्ध कराए थे। इसके बाद ही पेपर लीक केस की तह तक जाने में कामयाबी मिलेगी और अन्य आरोपियों पर भी कानून का शिकंजा कसेगा।

पेपर लीक होने की जानकारी होने पर परीक्षा रद्द कर दी गई थी। मामले में 30 नवंबर को सूरजपुर कोतवाली में केस दर्ज किया गया था। एसटीएफ ने अनूप प्रसाद व संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया था। दोनों से जांच टीम ने गहनता से पूछताछ की, लेकिन शुरुआती पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिल पाईं थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गहन जांच और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य से किया खिलवाड़
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों ने अवैध धन कमाने के लिए प्रदेश के लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया है। मामले की गहनता से जांच के लिए एसआईटी गठित की जा रही है। इसमें पुलिस और एसटीएफ के अधिकारी होंगे। प्रकरण में पूर्व में सामने आ चुका है कि संजय उपाध्याय दनकौर स्थित डायट के प्राचार्य रहे थे और इसी दौरान उनकी दोस्ती अनूप प्रसाद से उसी दौरान हुई थी। वहीं, नोएडा के एक होटल में प्रश्नपत्र छापने की डीलिंग हुई थी। उस दौरान का सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।