गुरुजनों पर हुई बडी कार्यवाही: शिक्षक नहीं बता पाए किताबों के नाम, बच्चे नहीं सुना पाए राष्ट्रगान, बीएसए ने की यह बड़ी


ललितपुर । उच्च माध्यमिक विद्यालय अंडेला में निरीक्षण के दौरान पूरा विद्यालय बंद मिलने पर बीएसए ने विद्यालय के सभी अध्यापकों का एक माह का वेतन रोक दिया। इसके साथ ही किसी विद्यालय में बच्चे राष्ट्रगान का ठीक से उच्चारण नहीं कर पाए तो कहीं पुस्तक भी ठीक से नहीं पढ़ सके। वहीं, मैनवार (बिरधा) में शिक्षक कक्षा एक से पांच तक की किताबों के नाम और संख्या तक नहीं बता पाए।





बेसिक शिक्षा अधिकारी रामप्रवेश ने प्राथमिक विद्यालय अंडेला, बिरधा का सुबह 9.10 बजे किया। यहां विद्यालय परिसर में गंदगी मिली। उन्होंने यहां सहायक अध्यापक विवेक जायसवाल व रोहित यादव से प्रेरणा लक्ष्य, भाषा एवं गणित कक्षा 01 से कक्षा 5 तक के कुछ प्रश्न किए लेकिन शिक्षक किसी भी तरह की जानकारी नहीं दे पाए।



विद्यालय में बच्चों द्वारा प्रार्थना के बाद राष्ट्रगान गाया गया, जिसमें कई बार अशुद्ध शब्दों का प्रयोग किया गया। बच्चे राष्ट्रगान का सही उच्चारण नहीं कर पाए। ऐसे में बीएसए ने स्टाफ की एक-एक अस्थाई वेतन वृद्धि रोकने को कहा। इसके बाद उच्च प्राथमिक विद्यालय अंडेला का 9.20 बजे निरीक्षण करने गए तो विद्यालय बंद मिला, जिस पर विद्यालय में तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापक सुनीता श्रीवास्तव, सहायक अध्यापक ममता जैन का माह दिसंबर माह का वेतन रोक दिया। वहीं अनुदेशक का अनुपस्थित दिवस का मानदेय काटा गया।




जूली अनुपस्थित मिलीं। वहीं, प्रधानाध्यापक राजेंद्र सीरीठिया के हस्ताक्षर अंकित थे, जबकि वह अनुपस्थित मिले। दोनों विद्यालय में शिक्षकों द्वारा प्रेरणा लक्ष्य, माड्यूल के संबंध में सही प्राथमिक विद्यालय मैनवार (बिरधा) उत्तर नहीं दिए गए। अध्यापक कक्षा के निरीक्षण में सहायक अध्यापक एक से कक्षा पांच तक एवं कक्षा छह से कक्षा आठ तक की पुस्तकों की संख्या एवं उनके नाम के बारे में सही उत्तर नहीं दे पाए। जिस पर सभी अध्यापकों की एक-एक वेतन वृद्धि रोकी गई।