माध्यमिक विद्यालयों के दस हजार स्टूडेंट्स को नहीं लगा कोरोना का टीका,अब रुकेगा शिक्षकों का वेतन


 माध्यमिक विद्यालयों के दस हजार स्टूडेंट्स को नहीं लगा कोरोना का टीका,अब रुकेगा शिक्षकों का वेतन 

कोरोना की तीसरी लहर में 15 से 17 साल आयु वर्ग के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए केंद्र सरकार ने तीन जनवरी 2022 से वैक्सीनेशन लगाने की मुहिम शुरू की थीं।



जिले में स्वास्थ्य विभाग व माध्यमिक स्कूलों के स्टाफ की संयुक्त टीम ने मिलकर एक लाख 21 हजार विद्यार्थियों को कोरोना वैक्सीन लगा दी है। लेकिन अभी दस हजार से अधिक विद्यार्थियों को कोरोना वैक्सीन नहीं लग सकी है।


ऐसे में शेष विद्यार्थियों को टीका न लग पाना चिन्ता का विषय बना है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्कूलों से रिपोर्ट तलब की है। जिले में संचालित 650 माध्यमिक, माध्यमिक वित्तविहीन स्कूलों में एक लाख 31 हजार 637 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता अब तक 92 फीसदी यानी एक लाख 21 हजार विद्यार्थियों को वैक्सीन की डोज लगा चुके हैं। डीआईओएस की ओर से लगातार शेष बचे विद्यार्थियों का ब्यौरा मांगा जा रहा है। डीआईओएस सतीश तिवारी ने बताया कि यदि जल्द ही टीकाकरण का कार्य पूरा नहीं किया जाता है तो शिक्षकों का वेतन रोका जायेगा।