स्कूलों में शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों पर फूल बरसाकर व आरती उतारकर किया स्वागत

 

कोरोना के चलते एक माह से बंद थे स्कूल, पहले दिन विद्यार्थियों में रहा डर और सतर्कता का भाव
मुरादाबाद कोरोना संक्रमण से थोड़ी राहत मिली तो सोमवार से स्कूल खुल गए विद्यालयों में विद्यार्थियों की आरती उतारकर और फूल बराकर स्वागत किया गया। तालियां बजाकर शिक्षकों ने विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया। स्कूलों ने का कलयद विद्यार्थियों के मन से नकारात्मकता निकालकर माहील को सकारात्मक बनाने के उद्देश्य से को
कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूल बंद थे और ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई जा रही

थी। हालांकि अब बड़ी संख्या में विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई से ऊबने लगे थे और वह ऑफलाइन पढ़ाई के लिए बेस्सों से स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे थे। सोमवार को कक्षा नने से 12 तक के विद्यार्थी समय से स्कूल पहुंच गए लेकिन यहां के माहौल ने उनके उत्साह को और बढ़ा दिया।
शिक्षकों ने विद्यार्थियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। विद्यार्थियों में कोरोना संक्रमण के पुराने अनुभव को वजह से उनके मन में सतर्कता का भाव ज्यादा था। इसलिए सभी मास्क पहनकर सामाजिकदूरी का पालन
करते हुए स्कूल गेट पर पहुंचे। स्कूलों में धर्मल स्क्रीनिंग कर उनकी जांच की गई और मैनिटाइजेशन के बाद कक्षा में प्रवेश दिया गया।
52 विद्यालयों में कराया गया टीकाकरण सोमवार को स्कूल खुले तो जिले के 52 विद्यालयों में कोरोना संक्रमण से विद्यार्थियों को बचाने के लिए दूसरी डोज दो गई। इसलिए इन विद्यालयों में सोमवार को कथाओं का संचालन नहीं हुआ। विद्यार्थियों को टीका लगाने के बाद कुछ समय स्कूल में बैठाया और फिर उन्हें घर भेज दिया।
सोमवार से विद्यालयों में नौ से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए कथाओं का संचालन शुरू हो गया है। इसके साथ ही कॉविड से बचाने के लिए पहले टीका को 28 दिन पूर्ण होने के बाद अब उन विद्यार्थियों को दूसरा टीका लगवाया जा रहा है। सभी विद्यालयों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। डॉ. अरुण कुमार दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक