फर्जी अवकाश लेने वाली तीन शिक्षकों से की जाएगी वेतन की रिकवरी


बलरामपुर: बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में अधिकारियों की नाक के नीचे आफलाइन अवकाश के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वालों की अब खैर नहीं है। कूटरचित अवकाशों की पोल खुलने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के तेवर सख्त हो गए हैं।

श्रीदत्तगंज शिक्षा क्षेत्र में अवकाश अस्वीकृत होने के बाद एक शिक्षिका ने जाली प्रपत्र प्रस्तुत कर विद्यालय से छुट्टी ले ली थी। स्क्रीनशाट को संशोधित कर अवकाश का पत्र भी प्रस्तुत कर दिया, जो अपराध की श्रेणी में आता है। बीएसए की जांच में भ्रष्टाचार की कलई भी खुल गई। बीएसए ने सात शिक्षकों को निलंबित किया था। इनमें से तीन को बहाल करते हुए दीर्घदंड की श्रेणी में कार्रवाई की गई है। अब इन शिक्षकों से अवकाश के नाम पर लिए गए वेतन

भुगतान की रिकवरी कराई जाएगी। इनसे होगी रिकवरीः प्रावि संझवल प्रेमनगर के निरीक्षण में सहायक अध्यापक ज्योति त्रिवेदी अलग-अलग तिथियों में चार बार मेडिकल अवकाश पर पाई गईं। जांच करने पर सभी की संदर्भ संख्या कूटरचित व अन्य अध्यापक के नाम से पाई गई थी। मई 2023 में श्रीदत्तगंज के कंपोजिट विद्यालय पिपरा याकूब की इंजार्च प्रधान अध्यापिका सीमा गौतम नवंबर 2021 से लगातार अनियमित अवकाश पर पाई गईं थीं।



 बीएसए ने शिक्षिका का वेतन रोकते हुए निलंबित कर दिया था। इसी तरह प्रावि जिगना की सहायक अध्यापक शिल्पी जैन भी कूटरचित अवकाश की पोल खुलने पर निलंबित की गईं थी। करीब छह माह बाद ये शिक्षिकाएं बहाल तो हो गईं हैं, लेकिन अब रिकवरी होगी। प्रत्येक से 50 हजार से अधिक की रिकवरी की बात कही जा रही है।



इन पर भी कार्रवाईः प्रावि संझवल प्रेमनगर की सहायक अध्यापक पूजा सिंह ने 27 मार्च 2023 से 18 मई तक बाल्य देखभाल अवकाश भी कूटरचित पाया गया था। प्रावि गौर की नेहा पवार भी कूटरचित अवकाश के आरोप में निलंबित हुईं हैं। यहीं की परवीन जहां ने 25 नवंबर से 24 जनवरी 2020 व चार जनवरी से चार मार्च 2021 तक के अवकाश में गड़बड़ी मिलने पर वेतन रोका गया था। प्रावि विश्रामपुर द्वितीय की सहायक अध्यापक आशिया सलमान ने स्क्रीनशाट संशोधित कर फर्जी अवकाश प्रस्तुत किया था। निलंबित चार शिक्षकों पर भी कार्रवाई होगी।


कराया जा रहा आगणन
बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना देवी ने बताया कि निलंबन के बाद बहाल हुई तीन शिक्षिकाओं से रिकवरी की प्रक्रिया चल रही है। शिक्षिकाओं के विरुद्ध नोटिस जारी की गई है। लेखा विभाग से रिकवरी की धनराशि का आगणन कराया जा रहा है।