परिषदीय स्कूलों में ग्रांटों का दुरूपयोग किया तो होगी कार्रवाई

पीलीभीत,  परिषदीय स्कूलों विभिन्न मदों में ग्रांट भेजी गई है। इसका जिम्मेदार शिक्षकों को सदुपयोग करना है। बताते हैं कि विभागीय अधिकारियों के औचक निरीक्षण में स्कूलों में ग्रांटों का समय पर उपभोग होना नहीं पाया है। 


इसपर बीएसए ने जिले के सभी खंड शिक्षाधिकारियों को ग्रांट का दुरपयोग व समय पर उपयोग न होने पर पर संबंधित पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसपर पूरनपुर बीईओ द्वारा भी स्कूलों में पहुंचकर ग्रांट के उपयोग की हकीकत परखी जा रही है।




बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट स्कूलों में विभिन्न मदों में ग्रांट भेजी जाती है। इस बार भी विद्यालयों को कंपोजिट ग्रांट, माता उन्मुखीकरण, टीएलएम, लर्निंग कार्नर, खेल, फोटो फ्रेम ग्रांट के अलावा मिड डे मील में प्राप्त धनराशि से स्कूल में कार्यरत रसोईयों के लिए एप्रेन आदि के लिए ग्रांट दी गई। आरोप है कि इन ग्रांटों का उपभोग न होना पाया जा रहा है। 




इसका खुलासा विभागीय अधिकारियों द्वारा स्कूलों में किए गए औचक निरीक्षण में हुआ। इसपर बीएसए अमित कुमार सिंह ने जिले के सभी खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देश दिए। इसमें कहा गया है कि ग्रांटों का उपभोग न होना अत्यंत खेदजनक है। विद्यालय निरीक्षण के दौरान सभी ग्रांटों का परीक्षण किया जाए। समय से उपभोग हो रहा है या नहीं। ग्रांट का दुरपयोग तो नहीं हुआ। इसकी गहनता से जांच की जाए। अगर स्कूल के जिम्मेदार शिक्षक की लापरवाही सामने आए तो उचित कार्रवाई की जाए। बीएसए के निर्देश के बाद से पूरनपुर बीईओ विजय वीरेंद्र सिंह स्कूलों में पहुंचकर ग्रांट के उपभोग के संबंध में जानकारी जुटा रहे हैं। उन्होंने बताया कि परिषदीय स्कूलों में विभिन्न मदों में ग्रांट दी गई है। ग्रांटों के उपभोग की हकीकत देखी जा रही है।