बीईओ के खिलाफ जांच की धीमी गति पर अपर निदेशक खफा


हरदोई। बेसिक शिक्षा विभाग में विभागीय निर्देशों की अवेहलना कर मनमानी करने के आरोप में दो सदस्यीय टीम की ओर से बीईओ सुरसा और टोडरपुर के खिलाफ चल रही जांच में हीलाहवाली की जा रही है।

इस पर अपर निदेशक ने नाराजगी जताई और सात दिन के अंदर जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बेसिक शिक्षा विभाग की खंड शिक्षा अधिकारी सुरसा सीमा गौतम के खिलाफ शिक्षकों के अवकाश में मनमानी पर बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से जांच कराई गई थी।
इसमें पाया गया था कि शिक्षिकाओं के चाइल्ड केयर अवकाश की स्वीकृति में बीईओ की ओर से मनमानी की जा रही है।

बीईओ ने आर्थिक लाभ न होने पर एक माह में दो शिक्षिकाओं का छह बार, एक का पांच बार, चार शिक्षिकाओं का चार बार, आठ शिक्षकों के अवकाश का आवेदन तीन बार निरस्त किया।

इस संबंध में बीईओ से बीएसए ने जवाब मांगा था, मगर संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया, जिस पर बीएसए ने उच्चाधिकारियों से जांच कर कार्रवाई की संस्तुति की थी। इसके अलावा खंड शिक्षा अधिकारी टोडरपुर प्रभात श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने ब्लॉक के दो शिक्षकों को विद्यालय न आने की छूट दे रखी है और उनके अवकाश को विभागीय नियमों के विपरीत स्वीकृत कर दिया। इस संबंध में उनसे जवाब मांगा गया।

जिसका संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा को संस्तुति की गई थी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से दोनों बीईओ की जांच के लिए अपर परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा को अधिकृत किया गया था।

अपर परियोजना निदेशक की ओर से डायट प्राचार्य और जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच अधिकारी बनाया गया था और जांच आख्या देने के निर्देश दिए गए थे। मगर निर्देशों के बावजूद जांच अधिकारियों ने जांच पूरी नहीं की।

इस पर अपर निदेशक ने नाराजगी जताई और सात दिन में जांच आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।


चुनाव के कारण जांच में देरी हुई है। जल्द ही जांच आख्या
उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी। - बाल मुकुंद प्रसाद, डीआईओएस