सुल्तानपुर। यूपी बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षकों का डाटा माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट अभी तक फीड न करने वाले 12 माध्यमिक विद्यालयों से जवाब तलाब किया गया है। 30 माध्यमिक विद्यालयों ने स्पष्ट फोटो और 12 ने दिव्यांगों का प्रमाणपत्र अपलोड नहीं किया है। डीआईओएस ने संबंधित विद्यालयों को नोटिस देकर सात मार्च तक का समय दिया है। इसके बाद विद्यालयों को ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी है।
अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी ने अवगत कराया था कि हाईस्कूल स्तर के नौ और इंटरमीडिएट स्तर के 12 विद्यालयों ने दिव्यांग बच्चों का सीएमओ की ओर से निर्गत प्रमाणपत्र अपलोड नहीं किया है। वहीं, हाईस्कूल स्तर के 30 व इंटरमीडिएट स्तर के 26 विद्यालयों ने स्पष्ट फोटो नहीं अपलोड किया था। इसके अलावा 12 माध्यमिक विद्यालयों ने शिक्षकों का डाटा अपलोड नहीं किया है। डीआईओएस वीपी सिंह ने संबंधित विद्यालयों को नोटिस देकर सात मार्च तक परीक्षार्थियों को साफ फोटो, दिव्यांग परीक्षार्थियों के दिव्यांगता प्रमाणपत्र व शिक्षकों का डाटा अपलोड करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि समय के अंदर परीक्षार्थियों की फोटो और दिव्यांगता प्रमाणपत्र अपलोड नहीं हुए तो संबंधित विद्यार्थियों का प्रवेश पत्र मुद्रित नहीं कराया जा सकेगा। इसके लिए संबंधित संस्थान उत्तरदायी होगा निर्देशों की अवहेलना पर विद्यालय को काली सूची में डालकरमान्यता प्रत्याहरण की कार्रवाई की जाएगी।
17 फरवरी से दिए जा रहे निर्देश सह जिला विद्यालय निरीक्षक आरजे मौर्य ने बताया कि परीक्षार्थियों के स्पष्ट फोटो व दिव्यांगता प्रमाणपत्र अपलोड कराए जाने का निर्देश 17 फरवरी से लगातार दिया जा रहा है। इसके बावजूद विद्यालयों की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। परिषद ने अंतिम अवसर प्रदान करते हुए सात मार्च तक प्रमाणपत्र व साफ फोटो अपलोड कराने का निर्देश दिया है।