पुरुष पदों पर शिक्षिकाएं, प्रवक्ताओं ने मांगे अपने पद

 प्रयागराज : जिले में पद स्वीकृत होने के बावजूद विभागीय प्रोन्नति (डीपीसी) पाए राजकीय माध्यमिक कालेजों के कई प्रवक्ताओं को जिले से बाहर तैनाती दे गई है। इससे उन्होंने पुरुष प्रवक्ता के पदों पर महिला प्रवक्ताओं की तैनाती किए जाने पर नाराजगी जताई है। राजकीय शिक्षक संघ ने पुरुष प्रवक्ता पदों पर तैनात महिलाओं को हटाकर प्रोन्नत पुरुष प्रवक्ताओं को तैनाती दिए जाने की मांग माध्यमिक शिक्षा निदेशक से की है। यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश पत्राचार शिक्षा संस्थान में पुरुषों के लिए स्वीकृत पदों पर महिला प्रवक्ताओं की तैनाती तो की ही गई है, विषय भी दरकिनार कर दिया गया है। स्थिति यह है कि हिंदी विषय में पांच महिला प्रवक्ताओं की तैनाती दे दी गई है। शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री रामेश्वर प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि 794 सहायक अध्यापक पिछले दिनों प्रोन्नत होकर प्रवक्ता तो बन गए, लेकिन कई प्रवक्ताओं को पदस्थापना में जिले से बाहर नियुक्ति दी गई है। यह स्थिति तब है, जब जिले में ही पुरुष पदों पर महिलाएं कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षा संस्थान में 15 पद प्रवक्ताओं के लिए स्वीकृत हैं, जिसमें पुरुष और महिला प्रवक्ताओं की तैनाती में 50-50 प्रतिशत का नियम है। इसके बावजूद धीरे-धीरे करके पुरुषों के लिए स्वीकृत पदों पर भी महिला प्रवक्ताओं की तैनाती कर दी गई। संघ के महामंत्री ने बताया है कि इस तैनाती में विषयों का भी ध्यान नहीं रखा गया है। कुछ विषयों के लिए विषय के प्रवक्ता ही नहीं है और स्वीकृत विषय पर अन्य विषय की महिला प्रवक्ता को तैनाती मिल गई है। यहां प्रश्न यह भी है कि जब विषय के प्रवक्ता ही नहीं हैं तो पाठ्यक्रम तैयार करने से लेकर पठन-पाठन की व्यवस्था का संचालन कैसे हो सकेगा। उन्होंने विसंगति दूर कर नियम संगत तैनाती किए जाने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा है।


बाद में प्रस्तावित प्रायोगिक परीक्षा ने चौंकाया राब्यू, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय ने यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तिथि मंगलवार को यूपी बोर्ड मुख्यालय में घोषित की तो प्रायोगिक परीक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए। उन्होंने मीडिया को स्पष्ट किया कि बोर्ड की लिखित परीक्षा संपन्न होने के बाद प्रायोगिक परीक्षा कराई जाएगी। कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा पहले भी हुआ है। इउन्होंने प्रश्न के उत्तर में कहा कि इस बार परीक्षा में वर्ष 2021 की उत्तर पुस्तिकाओं को उपयोग किया जाएगा, क्योंकि कोविड के कारण वर्ष 2021 में बोर्ड परीक्षा नहीं आयोजित होने के कारण उत्तर पुस्तिकाएं सुरक्षित रखी हुई हैं। यह उत्तर पुस्तिकाएं कोडिंग युक्त हैं। इधर, लिखित परीक्षा के बाद प्रायोगिक परीक्षा कराने का कारण विधानसभा चुनाव होने को माना जा रहा है। परीक्षा संपन्न होने के साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू कर दिया जाएगा, उसी दौरान प्रायोगिक परीक्षा संपन्न करा ली जाएंगी।

यूपी बोर्ड में प्रेस कांफ्रेंस करते माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय (मध्य में), अपर सचिव अशोक गुप्ता, विनय कुमार गिल, शिवलाल व उप सचिव सुधीर कुमार (क्रमशः दाएं से)