सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अधिकारियों के साथ की बड़ी बैठक, बेसिक शिक्षा विभाग सहित इन मुद्दों में चर्चा

 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अधिकारियों के साथ की बड़ी बैठक, बेसिक शिक्षा विभाग सहित इन मुद्दों में चर्चा 
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक में कई बड़े निर्णय लिए और आला अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।कोविड से बचाव के लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति के सही क्रियान्वयन से प्रदेश में फिलहाल स्थिति नियंत्रित है, लेकिन इस वक्त थोड़ी सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। उन्होंने निर्देश दिया कि भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप नए कोरोना के नए वैरिएंट की रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि बीते 24 घंटों में एक लाख 84 हजार 494 सैम्पल की जांच में कुल 21 कोरोना वायरस से संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसी अवधि में 14 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 216 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 633 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। 18 करोड़ 88 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण और नौ करोड़ 12 लाख से अधिक टेस्टिंग करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर है। यहां छह करोड़ 56 लाख 60 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। 12 करोड़ 31 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में से 83.55 फीसद को पहली और 44.54 फीसद लोगों को दोनों डोज मिल चुकी हैं।


ड्रोन निर्माण इकाई की स्थापना की योजना बनाने के निर्देश : सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपदा राहत, कृषि, कानून-व्यवस्था सहित विभिन्न क्षेत्रों में 'ड्रोन' की महत्ता को देखते हुए प्रदेश में ड्रोन निर्माण इकाई की स्थापना के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए। आईटीआई संस्थानों में ड्रोन तकनीक के प्रशिक्षण के लिए सर्टिफिकेट/डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू किए जाएं। आवश्यक्तानुसार आईआईटी कानपुर के सहयोग लिया जाए। इसके साथ-साथ प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत "ड्रोन" के प्रयोग को लेकर राज्य स्तर पर स्पष्ट नियमावली तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि एकेटीयू लखनऊ, एमएमएमयूटी गोरखपुर, एचबीटीयू कानपुर व दो अन्य संस्थानों के सिविल इंजीनियरिंग विशेषज्ञों की एक विशेष टीम गठित कर प्रदेश में निर्माणाधीन लाइट हाउस प्रोजेक्ट का गहन अध्ययन कराया जाए। कम खर्च में टिकाऊ और मजबूत आवास निर्माण की यह विधा प्रदेश में आवासीय योजनाओं को विस्तार देने में उपयोगी हो सकती है।


आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के लिए करें प्रोत्साहित 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित दिया कि बेसिक शिक्षा स्कूलों के 'कायाकल्प' अभियान की सफलता में जनसहयोग का बड़ा महत्व रहा है। इसी तर्ज पर आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के लिए लोगों का आह्वान किया जाना उचित होगा। आदरणीय राज्यपाल महोदया ने स्वयं पहल करके इस दिशा में हमारा पथ-प्रशस्त किया है। सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों को एक-एक आंगनबाड़ी केंद्र गोद लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समग्र विकास के लिए शहरीकरण एक अहम आयाम है। विगत दिनों शासन स्तर पर विभिन्न नगरीय निकायों की सीमा विस्तार की कार्यवाही हुई है, साथ ही कई नए नगरीय निकाय भी गठित हुए हैं। भविष्य के दृष्टिगत हमें नए शहरों के स्थापना-विकास की दिशा में नियोजित प्रयास करना होगा। नगर विकास विभाग व आवास विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में नवीन शहरों के स्थापना के लिए अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।


उत्तर प्रदेश दिवस की तर्ज पर मनाया जाए ग्राम और नगर दिवस : सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रकृति और परमात्मा की असीम अनुकम्पा वाले उत्तर प्रदेश का समृद्ध पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक इतिहास है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस भावना से नई पीढ़ी को जोड़ने के उद्देश्य से वर्ष 2018 में 24 जनवरी को 'उत्तर प्रदेश दिवस' आयोजित करने की परंपरा प्रारंभ की गई। आवश्यकता है कि नगरों और ग्राम पंचायतों के इतिहास का भी संकलन किया जाए। हर गांव-हर शहर के बसने-बनने की अपनी कहानी है। इसे लिपिबद्ध कराया जाना चाहिए। इसके आधार पर उस गांव या शहर में उत्तर प्रदेश दिवस की तर्ज पर ग्राम दिवस, नगर दिवस मनाया जा सकता है। नगर विकास व ग्राम्य विकास विभाग इस संबंध में ठोस कार्यवाही करे।


वोकेशनल एजुकेशन संस्थाओं के पाठ्यक्रम की समीक्षा के निर्देश : सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि बदलते समय के साथ वोकेशनल एजुकेशन संस्थाओं के पाठ्यक्रम को अपडेट किया जाना आवश्यक है। आईटीआई में बहुत से ऐसे ट्रेड संचालित हैं, जिनका व्यावसायिक महत्व नहीं रह गया है। वोकेशनल एजुकेशन व उद्योग जगत से जुड़े विशेषज्ञों की एक टीम बनाकर पाठ्यक्रम की समीक्षा की जाए। अनुपयोगी/निष्प्रयोज्य हो चुके पुराने ट्रेड्स को समाप्त कर नए ट्रेड शुरू किए जाएं। व्यावसायिक शिक्षा विभाग द्वारा अविलम्ब इस दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि कतिपय जनपदों से अवैध खनन की शिकायत प्राप्त हुई है। यह स्थिति कतई स्वीकार्य नहीं है। सम्बंधित जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान ऐसी घटनाओं पर तत्काल रोक लगाएं। खनन माफिया के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।


सांसद स्वस्थ बाल प्रतियोगिता का हो आयोजन : सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 'सांसद स्वस्थ बाल प्रतियोगिता' का आयोजन किया जाए। भारत सरकार द्वारा इन संबंध में एक कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, इस कार्यक्रम को उससे जोड़ा जा सकता है। इसी प्रकार देसी नस्ल की दुधारू गायों की एक प्रतियोगिता आयोजित की जानी चाहिए। उत्कृष्ट पशु पालकों को पुरस्कृत किया जाए। सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार स्मार्ट सिटी मिशन अंतर्गत चिन्हित शहरों में जारी कार्यों की गहन समीक्षा की जाए। आईटीएमएस, मल्टीलेवल पार्किंग, स्मार्ट रोड जैसे जनमहत्व के प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा किया जाए। इन कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है।