कोविड संक्रमण के बीच शिक्षण व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला-6 शुरू की गई है। योजना के तहत परिषदीय स्कूलों में पंजीकृत विद्यार्थियों को मोहल्ला पाठशाला के साथ ऑनलाइन विधि से शिक्षित किया जा रहा है। 100 दिन के रीडिंग कैंपेन के साथ शैक्षणिक सामग्री साझा करते हुए सपोर्टिव सुपरविजन की जिम्मेदारी एआरपी को दी गई है।
बच्चों की शैक्षिक गतिविधि को प्रभावित होता देख बेसिक शिक्षा विभाग ने मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला शुरू कर दी है। योजना के तहत गुरुजी अब तक स्कूल की बजाए मोहल्लों में जाकर कोविड प्रोटोकॉल के बीच विद्यार्थियों को पढ़ाना शुरू कर दिए हैं। 100 दिन का रीडिंग कैंपेन शुरू करते हुए अभिभावकों के वाट्सअप पर पाठ्य सामग्री भेज ऑनलाइन शिक्षित किया जा रहा है। मोहल्ला पाठशाला के साथ ऑनलाइन शिक्षण विधि को प्रभावी बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रभावी रणनीति भी तैयार की है। शिक्षा की निगरानी रिसोर्स ग्रुप, अकादमिक रिसोर्स पर्सन के साथ बीईओ को सौंपी गई है।
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संचालित होंगी यह गतिविधियां
मिशन प्रेरणा मोहल्ला पाठशाला फेज छह में शिक्षक मोहल्ला क्लास संचालित करेंगे तो 100 दिन का रीडिंग कैंपेन का संचालन करते हुए प्रत्येक शनिवार को क्विज प्रतियोगिता बच्चों के बीच आयोजित हो रही। प्रत्येक कक्षा के लिए प्रतिदिन प्रत्येक विषय की शैक्षणिक सामग्री के साथ रोचक कहानी प्रेषित की जाएगी। एसआरजी और एआरपी ऑनलाइन बैठक कर शिक्षण कार्य का सुपरविजन करते हुए बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं।
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पढ़ना-सीखना शिक्षा का मुख्य आधार है। यह अभियान बच्चों को स्वतंत्र रूप से पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। इससे उनमें रचनात्मक व आलोचनात्मक चिंतन विकसित होगा। योजना के तहत बच्चों को पाठ्य सामग्री के साथ रोचक लेख व कहानी व कविता ऑनलाइन भेजी जा रही है।बच्चे कहानी व कविता पढ़ेंगे तो घर में मौजूद बुजुर्गों को बच्चों से पाठन सामग्री के साथ कहानी और कविता सुनते के प्रति प्रेरित किया जाएगा।
सुभाष शुक्ल, जिला समन्वयक, प्रशिक्षण