बाबुओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं


आगरा। यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल और सीसीटीवी कैमरे बंद होने के मामले में कई स्कूलों को नोटिस जारी किए गए एक परीक्षा केंद्र पर नकल के मामले पर नोटिस भेजा गया। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की तरफ से हर स्कूल पर सीसीटीवी कैमरे बार-बार बंद होने और परीक्षा में नकल होने का संदेह प्रकट किया गया।





तीन माह गुजरने के बाद कुछ स्कूलों ने जवाब दाखिल कर दिए। जवाब के बाद से बंद कैमरे चालू हो गए। यह खेल बाबुओं की बाजीगरी का है।



नोटिस में एसटीएफ की तरफ से नकल के साक्ष्य उपलब्ध कराने पर जवाब मांगा गया। एक भी स्कूल को दोषी नहीं माना गया। उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि नोटिस के समय साक्ष्य होने का भी दावा किया गया था। नोटिस का फरवरी से मार्च तक हाईस्कूल और रेड इंटर की बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखने के लिए राजकीय इंटर कॉलेज में कंट्रोल रूम बनाया गया। यहां से कई स्कूलों को सीसीटीवी कैमरे बंद और वॉयस रिकार्डिंग साफ न होने के बिंदुओं पर डीआईओएस की तरफ से नोटिस जारी किए गए।



नोटिस में एसटीएफ की तरफ से नकल के साक्ष्य उपलब्ध कराने पर जवाब मांगा गया। एक भी स्कूल को दोषी नहीं माना गया। उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि नोटिस के समय साक्ष्य होने का भी दावा किया गया था। नोटिस का खेल पलटने में विभाग के बाबुओं की भूमिका बताई जा रही है।