गुजर गया साल, पूरी नहीं हुई छात्रावास की आस

 

 देवरिया। जिले में खोले गए सात कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के परिसर में तीन साल पहले एक साथ छात्रावास का निर्माण शुरू हुआ। इसके लिए सभी को मिलाकर करीब 12 करोड़ की धनराशि शासन से स्वीकृत है। परियोजना पूर्ण करने की अवधि एक साल पहले मई 2022 को ही पूरी हो गई। अब तक छात्रावासों का निर्माण अधूरा है। कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड काम में सुस्ती बरत रही है तो कहीं अन्य विभागों का भी पेच है। छात्रावासों का निर्माण पूरा हो जाता तो सब जगह मिलाकर सात सौ से अधिक छात्राओं को आवासीय शिक्षा की सुविधा मिल जाती।







मिश्रौलिया में पेड़ बना निर्माण में बाधा : बैतालपुर के मिश्रौलिया स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय परिसर में छात्रावास के निर्माण के लिए तीन साल पहले 1.77 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई। प्रस्तावित स्थल पर पेड़ मौजूद है। कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड ने इसे कटवाने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया है। कई बार रिमाइंडर भेजने के बाद भी पेड़ हटाया नहीं गया है। जिसके चलते काम शुरू नहीं हो पा रहा है। यहां भी अधूरे हैं छात्रावास पथरदेवा के बघौचघाट, भाटपाररानी, सदर ब्लॉक के खोराराम स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय परिसर में बन रहे छात्रावास अधूरे हैं।


जिले के सात कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में तीन साल से चल रहा निर्माण