-विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए प्रेरित किया जाए
-शिक्षकों के स्टाफ रूम में फर्स्ट-एड-बॉक्स रखने का सुझाव दिया
-विद्यार्थियों के कलात्मक कार्य को दीवारों पर प्रदर्शित किया जाए
-विद्यालय के सभागार तथा परिसर में स्वच्छता रखी जाए
लखनऊ।
राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने सोमवार को अचानक नेशनल इंटर कॉलेज का आकस्मिक निरीक्षण किया। लैब, क्लास रूम, शिक्षक स्टाफ रूम, स्टोर, सभागार देखा। छात्रों की उपस्थिति रजिस्टर चेक किया। कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से उनकी गतिविधियों, शिक्षा के प्रति सजगता, पारिवारिक विषयों तथा स्कूल आने के साधनों की जानकारी ली। गैरहाजिर छात्रों को फोन मिलाकर स्कूल न आने का कारण पूछा। छात्रों से ही कहा कि वे अपनी और अपने साथियों की उपस्थिति खुद रोज ब्लैक बोर्ड पर दर्ज करें।
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राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि जिस दिन वे गैरहाजिर रहेंगे, उस दिन का पढ़ाया गया पाठ उनसे छूट जाएगा। छूटी हुई पाठ्य सामग्री उन्हें आसानी से उपलब्ध नहीं होगी। उन्होंने कक्षा में पंजीकृत विद्यार्थिर्यों और उपस्थित विद्यार्थियों की संख्या को अलग-अलग ब्लैक-बोर्ड पर लिखवाया और विद्यार्थियों से कहा कि कि वे रोज इसी तरह उपस्थित सहपाठियों की उपस्थिति ब्लैक बोर्ड पर दर्ज करें।
शिक्षक की भूमिका में दिखीं राज्यपाल
नेशनल इंटर कॉलेज पहुंची राज्यपाल शिक्षक की भूमिका में दिखीं। बच्चों से उनके पाठ्यक्रम, कोर्स के बारे में जानकारी ली। पारिवारिक स्थिति, घर से स्कूल पहुंचने के साधनों के बारे में पूछा। गैर हाजिर बच्चों को फोन लगाया। स्कूल न आने का कारण पूछा। वजह जानने के बाद स्कूल नियमित आने की सलाह दी। इसी तरह प्रयोगशाला में बच्चों से प्रैक्टिकल कराकर भी देखा। कहा कि प्रायोगिक विषय हमें पाठ्यक्रम को नजदीक से समझने का मौका देते हैं। किताबों में पढ़ी गई सामग्री यदि हम प्रयोग करके खुद देखें तो कभी नहीं भूल सकते। हम इनोवेशन के बारे में भी सोचेंगे।
सभागार में धूल, स्टोर रूम में कबाड़ देख जताई नाराजगी
राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने शिक्षकों के लिए बने स्टाफ रूम को भी देखा। सफाई बेहतर न होने पर नाराजगी जताई। सुझाव दिया कि स्टाफ रूम में एक-एड-बॉक्स की व्यवस्था रखी जाए ताकि जरूरत पड़ने पर विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को आकस्मिक उपचार दिया जा सके। उन्होंने कला शिक्षिका से कार्य की जानकारी लेते हुए स्टाफ रूम में रखे कला-पटों, पेन्टिंग आदि को स्कूल की दीवारों पर प्रदर्शित करने का निर्देश दिया। राज्यपाल विद्यालय सभागार में धूल से सनी बेंचों को देखकर नाराज हुईं। उन्होंने विद्यालय परिसर को साफ-सुथरा रखने को कहा। स्टोर रूम में रखे कबाड़ को देखकर राज्यपाल नाखुश दिखीं और कबाड़ का निस्तारण कराने का निर्देश दिया। उन्होंने विद्यालय की सभी लैब और उनमें उपलब्ध संसाधनों को चेक किया। बच्चों से प्रैक्टिकल कराकर भी देखा। लैब निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों से प्रयोगों की जानकारी ली। कक्षा 7 के विद्यार्थियों से उनके ड्राइंग कार्य के बारे में पूछा। छोटे बच्चों के बेहतरीन कला कार्य को देखकर राज्यपाल ने प्रधानाचार्य को प्रतिभाशाली छात्रों की कला को विशेष अवसरों पर प्रदर्शित करने की सलाह दी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, प्रधानाचार्य रामचंद्र, डीआईओएस राकेश कुमार व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।