प्रदेश भर में बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक म्यूच्यूअल ट्रांसफर के इंतजार में हैं। अनुमान के मुताबिक इनकी संख्या लगभग दस हजार है। बरेली में ही लगभग 200 शिक्षक ट्रांसफर के लिए प्रयासरत हैं। यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) ने मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा मंत्री को पत्र भेजकर म्यूच्यूअल ट्रांसफर बिना रोक टोक शुरू करने की मांग की है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले के अंदर ट्रांसफर-समायोजन के लिए पालिसी जारी कर दी है। म्यूच्यूअल ट्रांसफर का इंतजार कर रहे शिक्षकों को इससे खासी निराशा हुई है। उनके ट्रांसफर के संबंध में अभी तक कोई आदेश नहीं आया है। नई भर्ती वाले शिक्षक इससे सबसे ज्यादा निराश हैं। अधिकांश को अपने घर से सैंकड़ों किमी दूर नौकरी करनी पड़ रही है। इनमें भी महिला शिक्षकों की संख्या काफी ज्यादा है। यूटा के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन हजारों की संख्या में ऐसे शिक्षक हैं जो एक-दूसरे के गृह अथवा सुविधाजनक जिला, ब्लाक या स्कूल में नौकरी करना चाहते हैं। वे एक-दूसरे के स्थान पर म्यूच्यूअल ट्रांसफर चाहते हैं।
यूटा के जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि म्यूच्यूअल ट्रांसफर से किसी भी जिले अथवा स्कूल में शिक्षक, छात्र अनुपात प्रभावित नहीं होता है। न ही किसी प्रकार का शिक्षण व्यवस्था में व्यवधान होता है। यदि शिक्षकों को उनके सुविधाजनक जिले अथवा स्कूल में ट्रांसफर दे दिया जाता है तो वे समय उपलब्धता के आधार पर छात्रों को अधिकतम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में सफल होंगे। ऐसे में यूटा की मांग है कि बेसिक शिक्षा परिषद के नियंत्रणाधीन स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को पारस्परिक ट्रांसफर पाने की सुविधा निरंतर बिना किसी रोक के प्रदान की जाए।