परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक ही गायब तो कैसे होगा बच्चों के पठन-पाठन का स्तर, पढ़िए पूरी खबर

 

परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक ही गायब तो कैसे होगा बच्चों के पठन-पाठन का स्तर, पढ़िए पूरी खबर 


Prayagraj: परिषदीय स्कूलों parishadiya school में पठन-पाठन का स्तर बढ़ाने की कवायद जारी है। शिक्षकों teachers को प्रशिक्षित कर नए तौर तरीके अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।वहीं एआरपी ARP अर्थात अकादमी रिसोर्स पर्सन और एसआरजी SRG (स्टेट रिसोर्स ग्रुप) के माध्यम से सभी विद्यालयों में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण की व्यवस्था की गई है। इसके तहत एसआरजी SRG और एआरपी ARP को विद्यालयों में जाकर शिक्षकों को बेहतर अध्याप के टिप्स tips देने, विद्यार्थियों से भी बात कर उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित करने का निर्देश है। तमाम एसआरजी SRG और एआरपी ARP इस कार्य को कर रहे हैं। हालांकि कई स्कूलों में जाने पर पता चल रहा है कि वहां के शिक्षक Teacher विद्यालय से नदारत हैं। ऐसे में पठन-पाठन के स्तर को बेहतर बनाना दूर की कौड़ी लग रहा है।



बीएसए ने अनुपस्थित शिक्षकों को नोटिस भेजा


एआरपी ARP अरविंद कुमार मिश्र Arvind Kumar Mishra ने पिछले दिनों कई स्कूलों school का सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि प्राथमिक विद्यालय prathmik vidyalaya झूंसी की शिक्षक अर्चना सिंह 14 फरवरी को अनुपस्थित रहीं। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय भिखनापुर के शिक्षक अमिताभ कुमार सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय कतवारूपुर के आशुतोष यादव, श्रद्धा सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय झूंसी की सत्यवती प्रजापति, प्राथमिक विद्यालय दुर्गागंज की पल्लवी सिंह, धृति सिंह, प्राथमिक विद्यालय मनिकापुर की शिक्षामित्र नवनीता पाल क्रमश: 21 फरवरी, 23 फरवरी, दो मार्च, तीन मार्च और सात मार्च को अनुपस्थित मिली थीं। इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने संबंधित शिक्षकों को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है। कहा कि तीन दिन के भीतर जवाब न मिलने पर नियमानुसार विभागीय कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों की लापारवाही का सिलसिला थम नहीं रहा है तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी ने गायब शिक्षकों को तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगा हैं।